मकरासन
मकरासन
"मकरासन (मगरमच्छ आसन)"
इस
मुद्रा को मकरासन कहा जाता है क्योंकि शरीर मकर के आकार जैसा दिखता है, जिसका संस्कृत
में अर्थ है 'मगरमच्छ'। मकरासन शरीर और दिमाग को आराम देने वाला आसन है और तनाव कम
करने के लिए बहुत फायदेमंद है।
मकरासन को करने के लिए नीचे दिए गए चरणों
का पालन करें:
चरण 1-
- अपने पेट के बल लेट जाएं।
- पैरों को अंदर की ओर इशारा करते हुए एड़ी और पैर की उंगलियों के साथ एक आरामदायक दूरी पर रखें।
- हाथों को कोहनी से मोड़ें, और उन्हें सिर के नीचे रखें।
- सिर को बाजुओं के बने तकिये पर रखें, आँखें बंद करें और आराम करें।
- वापस आने के लिए शरीर और पैरों को एक साथ लाएं।
चरण 2-
- अपने पेट के बल लेट जाएं।
- पंजों को पीछे की ओर करते हुए एड़ी को ऊपर की ओर रखें।
- दोनों हाथों की हथेली को ठुड्डी के निचे रखें।
- लम्बी गहरी साँसे ले और पैरो को मोड़ कर पीछे लगाने की कोशिश करें।
- इस मुद्रा को २० से २५ बार दोहराएं।
- हाथों को हटा कर आराम करें।
निम्नलिखित बिंदुओं को याद रखें:
क्या करें
- दोनों कोहनियों को थोड़ा अलग रखा जा सकता है अगर एक को दूसरे के ऊपर रखना मुश्किल हो।
- लम्बी गहरी सांस लें।
क्या न करें
- छाती को जोर से जमीन पर न दबाएं ताकि सांस असहज हो जाए।
- पैरों को साथ न लाएं।
मकरासन से लाभ
- परंपरागत रूप से यह एक आरामदायक आसन है।
- यह लगभग सभी मनोदैहिक विकारों में फायदेमंद है।
- यह श्वसन अंगों, साथ ही पाचन अंगों के लिए फायदेमंद है।
मकरासन की सीमाएं
- मोटापे और हृदय संबंधी समस्याओं की शिकायत करने वालों को इस अभ्यास से बचना चाहिए।
नीचे कुछ महत्वपूर्ण आसन दिए गए हैं
सर्वांगासन
मकरासन
सर्वांगासन
| ||
मकरासन
| ||
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ
Thanks for your feedbacks and suggestions. If any doubt please let me know?